buffalo subsidy loan: देश में गौ-भैंसों का पालन और पशुपालन की परंपरा अपनाने का मामूला है, जो प्राचीन काल से चलता आ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले अधिकांश परिवार खेती और पशुपालन से जुड़े हैं, और इससे दूध और अन्य उत्पादों के व्यापार से अपना जीवन यापन करते हैं। आज, किसान भाइयों द्वारा अधिक लाभ कमाने के लिए हमारे देशी और विदेशी नस्लों के गौ-भैंसों का पालन किया जा रहा है।
भारत में 5 दूध देने वाली भैंस की नस्लों को देखने
योजना के तहत अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों को 50% की सब्सिडी पर 3 गाय-भैंसों की डेयरी खोलने का अवसर मिलता है और 20 या उससे अधिक दुधारू पशुओं के साथ उच्चतम 4 दुधारू गाय-भैंसों के साथ हाईटेक डेयरी खोलने पर ब्याज में छूट दी जाती है। इस योजना का लाभ पाने के लिए आवेदकों को पशुपालन एवं डेयरी विभाग, हरियाणा सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर आवेदन करना होगा या अपने जिले के पशुपालन विभाग से संपर्क करना होगा। buffalo subsidy loan